गोरखपुर: तथाकथित डॉक्टरों की लापरवाही से युवक की मौत
स्वयं चलकर अस्पताल में मरीज हुआ भर्ती
3 घंटे बाद लाश को डायमंड हॉस्पिटल ने किया आर्यन हॉस्पिटल रेफर
एसपी ओझा
गोरखपुर। रामगढ़ ताल थाना क्षेत्र के आजाद चौक चौकी अंतर्गत डायमंड हॉस्पिटल दुलारी देवी डायनेस्टिक सेंटर रूस्तमपुर ढाला गोरखपुर के तथाकथित डॉक्टरों की लापरवाही से 41 वर्षीय युवक गौरव सिंह उर्फ सिंकु सिंह पुत्र संत सिंह एडवोकेट निवासी 390 रुस्तमपुर आजाद चौक गोरखपुर की मौत हो गई। मृतक गौरव सिंह के बड़े भाई ने बताया कि 14 फरवरी को साध्य कालीन 4:40 मिनट पर हमारा छोटा भाई गौरव सिंह स्वयं स्कूटी चला कर डायमंड हॉस्पिटल पहुंचता है अपना हेलमेट अपने गाड़ी की डिग्गी में रखता है डॉक्टर को चेकअप कराता है 3 घंटे में गौरव की मौत हो गई मरने के बाद हॉस्पिटल कर्मचारियों ने 8:17 पर आर्यन हॉस्पिटल में भर्ती कराया उसके बाद मृतक के परिजन को अस्पताल कर्मचारियों ने सूचना दिया अगर समय रहते डायमंड हॉस्पिटल कंपाउंडरो ने गौरव सिंह को सही तरीके से सुझाव देकर अन्य डॉक्टर के पास भेज दिया होता तो गौरव सिंह की मृत्यु नहीं होती। गौरव सिंह के शुभचिंतक संभ्रांत व्यक्ति द्वारा आर्यन हॉस्पिटल के प्रबंधक निदेशक से वार्ता किया गया तब पता चला कि गौरव सिंह की मृत्यु 2 घंटा पूर्व हो चुकी थी उसके बाद मेरे हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया स्थिति स्पष्ट है कि डायमंड हॉस्पिटल और आर्यन हॉस्पिटल की मिलीभगत से अब तक कितने मरीजों की जान ली जा चुकी होगी इसका किसी को अंदाजा नहीं होगा अगर डायमंड हॉस्पिटल के संचालक डॉ विजयलक्ष्मी श्रीवास्तव के कंपाउंडर मरीज को भर्ती करने से पहले ही आर्यन हॉस्पिटल या किसी अन्य जगह भेज दिए होते तो नवयुवक गौरव सिंह की मृत्यु नहीं होती आज गौरव सिंह के परिजनों ने जब सीसी कैमरा कि जांच करना चाहे तो अस्पताल के कर्मचारी आग बबूला हो गए लेकिन गौरव सिंह के परिजन ऐसे तथाकथित अस्पतालों की जांच करा कर कार्रवाई चाहते हैं परिजन चाहते है की डायमंड हॉस्पिटल दुलारी देवी डायनेस्टिक सेंटर वैद्य रूप से चल रहा है या अवैध रूप से चल रहा है जांच किया जाए। जब विवाद बड़ा तो मौके पर चौकी प्रभारी उप निरीक्षक अरविंद कुमार यादव पहुंचकर परिजनों को समझा-बुझाकर घर भेज दिये और बताया कि सीएमओ के पास रिपोर्ट बनाकर भेजेंगे कि यह अस्पताल वैध रूप से चल रहा है या अवैध रूप से उसके बाद इनके ऊपर वैधानिक कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
बरहाल अस्पताल में मौजूद आज कर्मचारियों द्वारा सीसी कैमरा फुटेज एवं अन्य प्रकार के रिपोर्ट और पर्चा देने से इंकार कर रहे हैं गौरव सिंह के परिजनों ने बताया है कि अस्पताल एवं अस्पताल के संचालक के ऊपर मुकदमा पंजीकृत करा कर कठोर से कठोर कार्रवाई करने के लिए शासन और प्रशासन से मांग करेंगे जिससे किसी अन्य मरीज के साथ इस तरह की घिनौनी हरकतें अस्पताल ना कर सके। आज हमारा भाई गौरव सिंह काल के गाल में समा गया इन लापरवाह तथाकथित डॉक्टरों की वजह से कल किसी का और का भाई काल के गाल में ना समाने पाए।