सीएम द्वारा गोद लिया यह अस्पताल क़र रहा एक्स रे मशीन और आरओ प्लांट का इंतजार
गोरखपुर। जिले के उत्तरांचल जंगल कौड़िया विकास खंड के जंगल कौड़िया में स्थित और प्रदेश के मुखिया योगी द्वारा गोद लिए जाने के बाद भी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सी एच सी ) एक अदद एक्स रे मशीन की राह देख रहा है. एक्सरे मशीन अभी तक उपलब्ध नहीं कराये जाने से अस्पताल में आने वाले मरीजों को प्राइवेट अस्पताल की शरण लेना पड़ रहा है, वहीं एक्स रे विभाग में तैनात टेक्निशियन खाली हाथ पड़े है.
सीएम द्वारा गोद लिए गए सीएचसी का हाल
सीएचसी जंगल कौड़िया में एक्सरे मशीन के लिए स्थापना काल से ही मांग की जा रही है. इसके लिए अस्पताल स्तर से विभागीय पत्रों का प्रेषण कई बार किया गया लेकिन नतीजा सिफर रहा. इस समस्या की जानकारी होने के बावजूद जिले के जिम्मेदार कान में तेल डाल क़र बैठे रहे. दो साल पहले इस अस्पताल को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोद लिया तो स्थानीय स्वास्थ्य कार्मियों एवं क्षेत्रीय जनता के मन में उम्मीद की किरण दिखने लगी कि अब तो एक्स रे मशीन अस्पताल में स्थापित क़र दी जाएगी. दो साल बीत जाने के बाद भी एक्स मशीन स्थापित नहीं हो सकी. इसके पूर्व स्थानीय विधायक फतेहबहादुर सिंह भी अस्पताल में एक्स रे मशीन उपलब्ध कराने के लिए स्वास्थ्य विभाग के उच्च अधिकारियों को पत्र लिख चुके हैं.
कमिश्नर नें भी दिया है एक्स रे मशीन के लिए आश्वासन
एक पखवारा पहले मंडलायुक्त गोरखपुर ने सीएचसी का निरीक्षण किया था हलांकि यह निरीक्षण दौरा हिंदुस्तान उर्वरक एवं रसायन लिमिटेड के सौजन्य से स्थापित बाल सघन चिकित्सा यूनिट के लिए हुआ था. निरीक्षण के दौरान कमिश्नर के समक्ष एक्स रे मशीन की समस्या रखी गयी तो उन्होंने शीघ्र समाधान का अश्वासन दिया था. इसके बाद एक बार एक्स रे मशीन की उम्मीद जग गयी. अस्पताल में आज तक एक्स रे मशीन नहीं स्थापित की जा सकी है.
आरओ प्लांट के अभाव में शुद्ध पेयजल उपलब्ध नहीं
सीएम के गोद लिए अस्पताल में शुद्ध पेयजल की व्यवस्था नदारद है. सरकार सबको शुद्ध जल पीने की सलाह के साथ ही शुद्ध पेय जल उपलब्ध कराने का भरपूर प्रयास क़र रही है लेकिन इस अस्पताल में शुद्ध पेय जल सुविधा नदारद है. अस्पताल में आरओ प्लांट स्थापित नहीं किया गया है. आरओ प्लांट न होने से अस्पताल कर्मियों एवं अस्पताल आने जाने वाले लोगों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध नहीं हो पा रहा रहा है. आरओ प्लांट को कौन कहे इस अस्पताल में एक अदद इण्डिया मार्क 11 हैंडपम्प तक स्थापित नहीं किया गया है.
पैथालाजी कक्ष में एसी न होने से जाँच पर पड़ रहा असर
पैथोलाज़ी विभाग में जाँच मशीनें तो उपलब्ध करायी गयीं हैं लेकिन जाँच कक्ष में एसी नहीं लगाया गया है. एनलाइज़र के लिए एसी कक्ष होना अति आवश्यक होता है. तापमान स्थिर न होने से इस की जाँच रिपोर्ट पर असर पड़ सकता है ऐसा टेक्निशियंस का मानना है.
इस संबंध में ज़ब सीएचसी के
अधीक्षक डा. मनीष चौरसिया से उनके मोबाइल पर सम्पर्क किया गया तो सम्पर्क नहीं हो सका