वर्षो से बोरे में लिपटी प्रथम राष्ट्रपति और उनकी धर्मपत्नी की मूर्तियों को अनावरण का इंतजार, किसी बड़े राजनेता को नहीं है फुर्सत
विकास सिंह , बलिया
वोट की राजनीति में जिस जाति के मतदाताओं की संख्या अधिक होती है उनके छूटभइय्या नेताओं की प्रतिमाओ के अनावरण के लिये छोटे से लेकर बड़े राजनेताओं में यह होड़ लगी रहती है कि अनावरण का श्रेय उन्ही को मिले। लेकिन देश के प्रथम राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद और उनकी धर्मपत्नी की मुर्तिया वर्षो से अनावरण के लिये देश के बड़े राजनेताओं की बाट जोह रही है लेकिन आज तक कोई ऐसा देश की राजनीति के शीर्ष पर रहनर वाले किसी राजनेता को इतनी फुर्सत ही नहीं मिली कि वो डॉ राजेंद्र प्रसाद और उनकी पत्नी की मूर्तियों को अनावरित कर दे। कारण स्पष्ट है कि कायस्थ बिरादरी की मतदाता संख्या इतनी नहीं है कि डॉ राजेंद्र प्रसाद की मूर्ति के अनावरण के बाद अनावरण करने वाले राजनेता को वोट के रूप में बढ़त दिला सकें।