पूर्व प्रधान को गोली मारने वाला आजमगढ़ का बदमाश पुलिस मुठभेड़ में गिरफ्तार
गोरखपुर। शशिमौली शुक्ला उम्र 65 वर्ष पूर्व प्रधान को गोरखपुर के भगत चौराहे पर गोली मारने के आरोपित आजमगढ़ निवासी इनामी बदमाश आकाश को शनिवार की देर रात पुलिस ने एक मुठभेड़ में पैर में गोली मारकर दबोच लिया।
घटना के दौरान उसका एक साथी अंधेरे का फयदा उठाकर फरार हो गया। फरार साथी कनईल निवासी अर्पित शुक्ला बताया जा रहा है। घायल आकाश को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। आकाश और अर्पित पर एनकाउंटर से कुछ घंटे पहले ही गिरफ्तारी के लिए एसएसपी ने 25-25 हजार रुपये का इनाम रखा था। शनिवार की आधी रात को पुलिस की चेकिंग चल रही थी जमीनी गार्डिया सोसाइटी के सामने बाइक सवार युवकों को पुलिस ने रोकने का प्रयास किया लेकिन वह नहीं रुके और पुलिस टीम पर फायरिंग करते हुए भागने लगे। जिसके बाद पुलिस टीम ने घेराबंदी करना शुरू किया और जवाबी कार्रवाई में एक बदमाश के पैर में गोली लगी जबकि दूसरा चिड़ियाघर के तरफ जंगल की तरफ भाग निकला। घायल बदमाश की पहचान आकाश निवासी संजरपुर बड़हरिया थाना निजामाबाद जिला आजमगढ़ के रूप में हुई। पुलिस की गोली उसके दाहिने पैर में लगी है। पुलिस ने आकाश के पास से एक पिस्टल .32 बोर, दो खोखा कारतूस तथा घटना में प्रयुक्त होण्डा साइन बाइक बरामद किया है।
पूर्व प्रधान को गोली मारने में अर्पित के साथ शामिल था आकाश
मालूम हो कि 29 मार्च को शशिमौली शुक्ल के ऊपर भगत चौराहे के पास फायरिंग की गई थी। उन्होंने चार गोली लगी है वह अब भी गंभीर हालत में हैं। उन पर फायरिंग करने वाले मुख्य आरोपित बेलीपार के कनईल निवासी अर्पित शुक्ला के साथ आकाश भी शामिल था। अर्पित ने पुरानी रंजिश का बदला लेने के लिए घटना को अपने साथियों के साथ अंजाम दिया था।
शाम को 25 हजार का इनाम रात में गोली से घायल
एसएसपी डा. गौरव ग्रोवर ने शनिवार की शाम को अर्पित शुक्ला और उसके साथी आजमगढ़ निवासी आकाश की गिरफ्तारी के लिए दोनों के ऊपर 25-25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था। इनाम घोषित करने के कुछ घंटे के बाद ही आकाश मुठभेड़ में गिरफ्तार हो गया है हालांकि अर्पित की तलाश जारी है। पुलिस के मुताबिक चिड़िया घर के पास जंगल में फरार बदमाश अर्पित शुक्ला था उसकी तलाश जारी है।
29 मार्च को पूर्व प्रधान को बदमाशों ने मारी थी चार गोलियां
29 मार्च को रामगढ़ताल इलाके के भगत चैराहा स्थित सेंट जेवियर्स स्कूल के पास बदमाशों ने पूर्व प्रधान शशि मौली पर ताबड़तोड़ फायरिंग की थी। चार गोली लगने से वह गंभीर रूप से घायल हो गए। बेलीपार के कनईल गांव निवासी शशि मौली गांव के पूर्व प्रधान होने के साथ ही बेलीपार थाने के हिस्ट्रीशीटर भी हैं। बदमाशों की फायरिंग से हाथ और सीने में लगी दो गोलियां शरीर को चीरते हुए बाहर हो गईं थी। जबकि, पैर और जांघ में लगी दो गोली अभी फंसी हुई थी। घटना के पीछे की वजह पुरानी रंजिश और चुनावी रंजिश की बात सामने आई है।
आजीवन कारावास का सजायाफ्ता है शशि मौली
बेलीपार थाने के हिस्ट्रीशीटर शशि मौली शुक्ला को कोर्ट से हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सजा भी हो चुकी है। वर्तमान में वह हाईकोर्ट से जमानत पर जेल से रिहा हैं। पुलिस उनके आपराधिक इतिहास को जानने के बाद पुराने विवाद से जुड़े लोगों के भूमिका की भी जांच कर रही। मुख्य आरोपित अर्पित शुक्ला के बाबा की हत्या में भी शशि मौली को सजा हुई है। उधर, बाबा की हत्या के प्रतिशोध में वारदात को अंजाम देने की बात सामने आ रही है। अर्पित की गिरफ्तारी के बाद ही इस मामले की असली वजह सामने आएगी।
पुलिस वालों पर हो चुकी है कार्रवाई
बेलीपार के कनईल गांव निवासी अर्पित की मनबढ़ई को नजरअंदाज करने और निगरानी न रखने के मामले में एसएसपी ने शनिवार को बेलीपार इंस्पेक्टर को लाइन हाजिर तो वहीं हल्का दरोगा और बीट सिपाही को सस्पेंड किया है। शशिमौली पर हमले से पहले अर्पित पर भी तीन मुकदमे में हैं जिसमें दो गगहा और एक बेलीपार में एनसीआर दर्ज है। बावजूद इसके दरोगा और सिपाही को उसकी जानकारी नहीं थी। पुलिसवालों का तर्क था कि वह गांव नहीं रहता है। हालांकि गांव के लोग ऐसा नहीं मानते हैं उनका कहना है कि घटना से पहले पूरा परिवार फरार हो गया है।