मरीज की जान बचाने के लिए रुक गया शहर का ट्रैफिक, 9 मिनट में एम्बुलेंस पहुंची गोरखपुर एयरपोर्ट
एसपी ओझा
गोरखपुर।में एक गंभीर मरीज की जिंदगी बचाने के लिए ट्रैफिक पुलिस और सिविल पुलिस ने बेहतर कार्य किया. ग्रीन कॉरिडोर बनाकर सिर्फ 9 मिनट में अस्पताल से गोरखपुर एयरपोर्ट पहुंचा दिया.जहां से मरीज को मुंबई ले जाया गया.एसपी ट्रैफिक डॉ. महेंद्र पाल सिंह ने दी जानकारी.
गोरखपुर शहर बुधवार को कुछ मिनट के लिए शांत हो गया. सड़कों पर चलने वाहन जहां थे वहीं रुक गए. सिविल पुलिस के जवान हो या फिर ट्रैफिक पुलिस, इस दौरान अपनी ड्यूटी पूरी मजबूती और ईमानदारी से करते नजर आए. वजह थी जिंदगी और मौत से जूझ रहे एक व्यक्ति को जीवन दान देने के लिए ग्रीन कॉरिडोर बनाकर अस्पताल से एयरपोर्ट पहुंचाना. इसके लिए ट्रैफिक पुलिस ने जो योजना बनाई, उसके तहत करीब 9 मिनट में 11 किलोमीटर की दूरी तय कर मरीज को गोरखपुर एयरपोर्ट पहुंचाया गया. जहां से मरीज को एयर एंबुलेंस के जरिए मुंबई के लिए ले जाया गया. ट्रैफिक पुलिस और सिविल पुलिस के इस तरह के प्रयासों का यह 44वां मामला था. जब ग्रीन कॉरिडोर बनाकर मरीज को सकुशल एयरपोर्ट, मेडिकल कॉलेज तक पहुंचाया गया है.
एयर एंबुलेंस के जरिए गंभीर मरीज को मुंबई भेजा गया.एसपी ट्रैफिक डॉ. महेंद्र पाल सिंह ने बताया कि सावित्री हॉस्पिटल गोरखपुर में एक 40 वर्षीय पेशेंट भर्ती थे. जिनकी अचानक तबीयत काफी गंभीर हो जाने के कारण उनके नाक से ब्लीडिंग होने लगी. उन्हे बेहतर इलाज के लिए मुंबई ले जाना अनिवार्य हो गया. इसके लिए अस्पताल प्रबंधन ने पुलिस से मदद मांगी. वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक गोरखपुर के निर्देशन में यातायात पुलिस की सहायता से ग्रीन कॉरिडोर पीड़ित को उपलब्ध कराया गया. जिसकी मॉनिटरिंग स्वयं आईटीएमएस से की.
एसपी ट्रैफिक ने बताया कि ग्रीन कॉरिडोर बनाने की वजह से सावित्री हॉस्पिटल से विजय चौराहा, गणेश चौराहा, यूनिवर्सिटी चौराहा, मोहद्दीपुर चौराहा व कूड़ाघाट तिराहा होते हुए एयरपोर्ट तक करीब 11 किमी की दूरी तय करने में मात्र 9 मिनट का समय लगा. मरीज को सावित्री हॉस्पिटल से एयरपोर्ट एंबुलेंस तक पहुंचाने में यातायात पुलिस की समस्त टीम और आईटीएमएस कर्मियों द्वारा त्वरित कार्रवाई की गयी. इस कार्य की बीमार व्यक्ति के परिजनों द्वारा काफी सराहना की गयी.