बलिया यहां मोबाइल का फ्लैस जलाकर रोगियों का होता है उपचार
Vikas singh,Ballia
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मनियर अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है। लोगों का कहना है कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मनियर के बद से बदतर होती जा रही है । ओपीडी आयुष के डॉक्टर देखते हैं। यहां पर तैनात एमबीबीएस डॉक्टर एस एस रावत ओपीडी नहीं देखते ।इसलिए स्थानीय लोगों को प्राइवेट डॉक्टरों के यहां मजबूरी में अपना इलाज कराना पड़ता है। लापरवाही का आलम यह है कि यहां आए दिन बवाल होता है ।प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर जनरेटर है ,इनवर्टर है इसके बावजूद भी घायल मरीजों को टांका मोबाइल का फ्लैश जलाकर लगाया जाता है। मारपीट में घायल मरीजों को कभी-कभी मेडिकल के लिए दूसरे पीएचसी पर भी जाना पड़ता है क्योंकि अक्सर मेडिकल बनाने वाले डॉक्टर यहां उपलब्ध नहीं रहते। करीब 1 माह पूर्व क्षेत्रीय विधायक केतकी सिंह ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मनियर का औचक निरीक्षण किया था जहां डॉक्टर मौजूद नहीं थे। गंभीर रूप से बीमार मरीज एवं घायल मरीज को इलाज हेतु जिला अस्पताल के लिए फार्मासिस्ट ने रेफर किया था। हॉस्पिटल के अंदर एक भी बल्ब नहीं थे। प्रसव कक्ष में एक स्टाफ नर्स द्वारा रिश्वत लिए जाने का वीडियो भी लोगों ने विधायक को दिखाया था। उस समय विधायक ने सीएमओ को फटकार लगाई थी तथा डॉक्टर को यहां से हटाए जाने एवं दूसरे डॉक्टर की नियुक्ति की मांग की थी लेकिन यहां के डॉक्टर तो अंगद की तरह पांव जमाए बैठे हैं ।सारा मामला ठंडे बस्ते में चला गया। जिससे सरकार की भी बदनामी हो रही है ।गरीब लोगों को बाहर से दवा खरीदना पड़ रहा है । दबे जुबान आरोप यह भी लगाया जाता है कि मेडिकल दुकानदारों से यहां के डॉक्टर द्वारा माहवारी सुविधा शुल्क की मांग की जाती है ।हॉस्पिटल पर जाने पर न तो दर्द की दवा है न गैस की ।सिरिंज भी मरीज को बाहर से खरीदना पड़ता है। बाहर की दवाएं भी लिखी जाती है ।बार-बार सीएमओ के यहां शिकायत करने के बावजूद भी इस हॉस्पिटल की व्यवस्था सुधरने की नाम नहीं लेती।