पुत्र की दीर्घायु के लिए माताओं ने रखा निर्जला जिउतिया व्रत।
प्रेमप्रकाश दुबे की रिपोर्ट
निजामाबाद आजमगढ़।भारतीय नारी धर्म के प्रति इतना अटूट विश्वास रखने वाली होती है कि उनके प्रति वह सब कुछ समर्पित कर आस्था के इस पड़ाव पर पहुंचकर पुत्रों की समृद्धि के लिए या पुत्र प्राप्ति के लिए सबसे बड़ा और कठिन व्रत कर सकती हैं।उस व्रत को पालन करने में जरा भी संकोच नहीं करती कि यह व्रत कितनी कठिन परीक्षा की घड़ी हो जाता है की तीन दिन तक महिलाए जीवित्पुत्रिका व्रत में लीन होकर बिना जल ग्रहण किए धैर्य के साथ इस पर्व को तो मनाती है।इतना ही नही यह विदेशो में भी खूब प्रचलित है।इस व्रत में उपवास रखने वाली महिलाएं बिना कुछ खाए पिए कठिन परीक्षा देने में भी पीछे नहीं हटती हैं।पुत्र के सुख,स्वास्थ्य और दीर्घायु की कामना के लिए व्रती महिलाओं ने निजामाबाद के शिवाला घाट मंदिर पर गोट बनाकर कथा सुनी।व्रती महिलाओं ने शुक्रवार को जीवित्पुत्रिका व्रत रखा।दिन भर निर्जला व्रत रहते हुए शाम को व्रत का पूजन किया।पुत्र विहीन रही महिलाओं ने पुत्र प्राप्ति के लिए मनौती मांगी।जिन महिलाओं की मनौती पूरी हो चुकी थी वह गाजे बाजे के साथ जीवित्पुत्रिका व्रत का संकल्प पूरा किया व्रती महिलाओं ने घरों में ही सुंदर पूजा मंडप बनाया पूजा मंडप में हल्दी और आटे का एपन से गोट बना कर इसके चारों तरफ व्रती महिलाए बैठ गई कही वैदिक ब्राह्मण तो कही बुजुर्ग महिलाओं ने व्रत की कथा सुनाई अधिकांश महिलाओं ने शिवाला घाट मंदिर पर गोट बनाकर इसके चारों तरफ बैठकर व्रत की कथा सुनाई।सोने और चांदी की जीउतीया को पिरोया गया और उसकी पूजा अर्चना के साथ आरती की गई।इसके बाद महिलाओं ने संतान की दीर्घायु वा आरोग्य के लिए देवी मां से प्रार्थना की गई। उपजिलाधिकारी संत रंजन, थाना प्रभारी सच्चिदानंद यादव, उपनिरीक्षक परशुराम मौर्य, का0 कमलेश कुमार,का0 चंदन चौहान,मा0 का0 सुमन सिंह,रुचि तिवारी सहित काफी संख्या में पुलिस के जवान शिवाला घाट पर सुरक्षा के दृष्टिकोण से तैनात रहे।