गोरखपुर से बिहार जा रही पैसेंजर गाड़ी के महिला बोगी में लटका मिला युवक का शव
एसपी ओझा
गोरखपुर। रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्फ पर खड़ी नरकटियागंज पैसेंजर ट्रेन की महिला बोगी में युवक के आत्महत्या करने की घटना ने आरपीएफ और सीआरपीएफ की कार्यप्रणाली को सवालों के घेरे में लाकर खड़ा कर दिया है.
युवक के पास न कोई बैग मिला है ना ही कोई पहचान पत्र. उसके पास से कोई टिकट भी नहीं मिला है.
बिहार जाने वाली गोरखपुर-नरकटियागंज पैसेंजर ट्रेन की महिला बोगी में एक युवक ने खुदकुशी कर ली. घटना के समय ट्रेन गोरखपुर रेलवे स्टेशन पर खड़ी थी. घटना सोमवार की देर रात हुई. उस समय प्लेटफॉर्म यात्री से खचाखच भरा था. ट्रेन रवाना होने के वक्त जब महिलाए बोगी में चढ़ीं तो युवक का शव पंखे से लटका देख उनकी चीख निकल गई. ट्रेन की बोगी में शव होने पर हंगामा खड़ा हो गया. आरपीएफ के हाथ-पांव फूल गए.
युवक कौन था, कहां से आया था, कहां जाना था, इसकी अभी रेलवे को जानकारी नहीं हो सकी है. आरपीएफ जांच में जुटी है. आत्महत्या करने की यह घटना बड़े ही हैरान कर देने वाली है. यात्री महिला बोगी में कैसे प्रवेश कर गया, यह सवाल आरपीएफ के लिए भी बड़ा बना हुआ है. गोरखपुर से सिवान होते हुए नरकटियागंज जाने वाली 05142 ट्रेन में यह घटना घटी. युवक करीब 40 वर्ष का बताया जा रहा है.
आरपीएफ और जीआरपी ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. आत्महत्या की वजह का भी कुछ पता नहीं चल पाया है. यात्री के पास से न तो कोई बैग मिला है और ना ही कोई पहचान पत्र, इसलिए उसकी पहचान भी आरपीएफ के लिए बड़ी समस्या बनी हुई है. आत्महत्या की घटना के बाद ट्रेन करीब तीन घंटे तक प्लेटफार्म पर खड़ी रही, जिससे वहां मौजूद यात्रियों में दहशत का माहौल बना रहा.
रेलवे के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है, जब ट्रेन में किसी युवक ने सुसाइड किया हो. इससे पहले मुंबई से आने वाली ट्रेन के टॉयलेट में डेड बॉडी पाई गई थी. लेकिन, आत्महत्या जैसी घटना हैरान करने वाली है. आरपीएफ पुलिस के हाथ अभी कुछ नहीं लगा है. घटना के बाद महिला बोगी को लेकर सतर्कता और बरती जाएगी.यह घटना
जीआरपी और आरपीएफ की सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल खड़ा करती है. युवक के पास से कोई प्लेटफार्म या ट्रेन का टिकट भी नहीं मिला है. वह यात्रा करने के लिए घर से निकला था या फिर आत्महत्या के लिए, इस बात का साफ अंदाजा नहीं लगाया जा सकता.
महिला बोगी में उसका चढ़ जाना अपने आप में एक सवाल पैदा करता है, जिसमें आरपीएफ की लापरवाही मानी जा सकती है. क्योंकि, इस बोगी के पास सुरक्षाकर्मी होते हैं और महिलाओं को ही प्रवेश मिलता है. लेकिन, यह युवक घुस गया और आत्महत्या जैसी घटना को अंजाम दे दिया. सीआरपीएफ सवालों के घेरे में है. मामले में सीनियर कमांडेंट आरपीएफ मदन मोहन मिश्रा ने जांच के आदेश दिए हैं.