आजमगढ़ दीवानी न्यायालय परिसर में शनिवार को आयोजित लोक अदालत में 82338 मुकदमों का निस्तारण किया गया
दीवानी न्यायालय परिसर में शनिवार को आयोजित लोक अदालत में 82338 मुकदमों का निस्तारण किया गया। इससेे पूर्व हॉल ऑफ़ जस्टिस में जिला जज संजीव शुक्ला प्रधान पारिवारिक न्यायाधीश अचल सचदेव तथा मोटर दुर्घटना अधिकरण के न्यायाधीश अजय कुमार सिंह ने संयुक्त रूप से देवी सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण कर तथा दीप प्रज्वलित करके लोक अदालत की विधिवत शुरुआत की।अपने संबोधन में जिला जज संजीव शुक्ला ने कहा कि लोक अदालत का उद्देश्य है लोक अर्थात जनता को अधिक से अधिक राहत देना। लोक अदालत सुलह समझौते का सशक्त माध्यम है। इस लोक अदालत की खास बात यह रही कि 11 दंपतियों ने अपने मतभेद भुलाकर फिर से एक साथ रहने का फैसला किया। इस लोक अदालत में जिला जज संजीव शुक्ला ने 12 मुकदमा, प्रधान पारिवारिक न्यायाधीश अचल सचदेव ने 58 मुकदमा,पारिवारिक न्यायाधीश कोर्ट नंबर एक प्रेम शंकर ने 35 मुकदमा, पारिवारिक न्यायाधीश कोर्ट नंबर दो संदीपा यादव ने 31 मुकदमा,मोटर दुर्घटना अधिकरण के जज अजय कुमार सिंह ने 42 मुकदमा, अपर जिला जज सतीश चंद्र द्विवेदी ने एक मुकदमा, अपर जिला जज जैनेंद्र कुमार पांडे ने12 मुकदमा, अपर जिला जज ओमप्रकाश वर्मा ने एक मुकदमा, विशेष न्यायाधीश शैलजा राठी ने 517 मुकदमा ,अपर जिला जज संतोष यादव ने 6 मुकदमा तथा अपर जिला जज यशवंत कुमार सरोज ने 11 मुकदमों का निस्तारण किया। मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट अशोक कुमार सिंह ने 2003 मुकदमा, अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट देवेंद्र प्रताप सिंह ने 1220 मुकदमा, अपर मुख्य न्यायिक में मजिस्ट्रेट अभिनय सिंह ने 1036 मुकदमों का तथा विशेष न्यायिक मजिस्ट्रेट राम तीर्थ यादव ने 3430 मुकदमा को निबटाकर 225000 रुपए का जुर्माना वसूला। जिला उपभोक्ता प्रतितोष आयोग के अध्यक्ष ज्ञानेश कुमार तथा सदस्य गगन गुप्ता व प्रतिष्ठा वर्मा ने 14 मुकदमों को निस्तारित कर 4639615 रुपए की क्षतिपूर्ति दिलाई। वहीं बैंको के कुल 1185 मुकदमों का भी निस्तारण किया गया।