निजामाबाद उपजिलाधिकारी ने नाबालिक आदित्य की भूमि 5 साल के बाद कब्जा दिलाई
निजामाबाद आजमगढ़।निजामाबाद के उपजिलाधिकारी संत रंजन अपने न्याय प्रियता से क्षेत्र वासियों के दिलों में जगह बना लिए हैं।गरीबों और अस हायों के लिए तो वह मसीहा के रूप में आए हैं।जब से वह आए है तब से गरीबों और क्षेत्र के लोगों में न्याय की आशा जाग उठी है।इसी आशा और उम्मीद में रोज उपजिलाधिकारी के कार्यालय में फरियादियों की भीड़ रात तक लगी रहती है और न्यायप्रिय उपजिलाधिकारी किसी को निराश भी नही करते सबकी समस्याओं को सुनते है और उसका निवारण भी करते हैं।आज भी उपजिलाधिकारी ने नूरुद्दीन पुर में 8 साल के नाबालिक आदित्य और उसकी मां सुनीता न्याय के लिए 5 सालों से भटक रही थी तहसील का चक्कर काटते काटते थक गई थी तहसील के भ्रष्टाचारी लोग उसे परेशान करके रखे हुए थे।मगर उपजिलाधिकारी संत रंजन ने उसे न्याय दिलाई और पिछले 5 सालों से उसकी परती जमीन को उसके विपक्षियों के कब्जे से मुक्त कराकर नाबालिक आदित्य को न्याय दिलाई और उसके परती जमीन को ट्रैक्टर से जोतवा कर उसे कब्जा दिलवाए।