जिस पत्नी का अंतिम संस्कार किया... वो जिंदा मिली: गोरखपुर में 3 दिन पहले लाश मिली; मगर मोबाइल 600 किमी दूर झांसी में चलता मिला
गोरखपुर में हैरान करने वाला मामला सामने आया। राम सुमेर की पत्नी 40 साल की फूलमती 8 दिन पहले यानी 15 जून को गायब हो जाती हैं। 3 दिन बाद यानी 19 जून को उरुवा बाजार में एक महिला की लाश मिलती है। सुमेर लाश देखकर कहते हैं- ये मेरी पत्नी है। घर लाकर उसका दाह संस्कार कर देते हैं।पोस्टमॉर्टम में महिला की गले की हड्डी टूटी मिलती है, यानी उसकी गला दबाकर हत्या की गई थी। पुलिस कातिल तक पहुंचने के लिए फूलमती के मोबाइल को सर्विसलान पर लगा देती है और यह मोबाइल गोरखपुर से 600 किलोमीटर दूर झांसी में आज मिलता है और इस मोबाइल पर लगातार बात होती मिली
शुभम को पकड़ा, तब झांसी में फूलमती मिली
CDR में एक मोबाइल नंबर पर ज्यादा बात होने की पुष्टि के बाद पुलिस सुल्तानपुर के शुभम को हिरासत में लेती है। शुभम कहता है- जिस फूलमती को आप लोग मरा हुआ समझ रहे हैं, उसको मैं गोरखपुर से झांसी लेकर आया था। पुलिस को शुभम की बताई हुई लोकेशन पर फूलमती मिल जाती है।
अब सवाल उठा कि अगर फूलमती जिंदा है, तो सुमेर ने जिस महिला को अपनी पत्नी समझकर दाह संस्कार किया। वो कौन है?
15 जून को फूलमती मायके से निकली, मगर घर नहीं आई
राम सुमेर (60) बताते हैं- मैं बांसगांव के उस्का बाजार में रहता हूं। साथ में पत्नी फूलमती (40) रहती थी। वह मायके झांसी चली गई थी। 15 जून को घर वापस आने के लिए निकली थी। मगर यहां पहुंची नहीं। राम सुमेर ने अपनी पत्नी को काफी ढूंढा, लेकिन वह नहीं मिली। सुमेर ने गुमशुदगी पुलिस को सौंप दी। पुलिस ने गोरखपुर के सभी थानों में फूलमती की तस्वीर और डिटेल भेज दी।मैं थाने गया, तब मुझे कहा गया कि एक लाश मिली है, देख लो तुम्हारी पत्नी की हो सकती है। मैंने जब लाश देखी तो मुझे फूलमती लगी।
जिस महिला की रेप के बाद हत्या हुई, उसको अपनी पत्नी बताया
इसी बीच घटनाक्रम में नया मोड़ आता है। 19 जून को उरुवा बाजार में एक महिला की लाश मिलती है। उसकी रेप के बाद हत्या की गई थी। लाश के पास शराब की बोतल, पकौड़ी, दवा का रेंपर और कुछ सामान मिलता है शरीर पर कपड़े भी सही नहीं मिले ऐसा लगता है रेप के बाद हत्या की गई होगी पुलिस इस लाश की पहचान नहीं कर पाती है।इसी बीच सुमेर ने थाने पहुंचकर कहा- ये लाश मेरी पत्नी की है। पुलिस भी सुमेर का भरोसा करती है। पोस्टमॉर्टम हाउस से सुमेर महिला की लाश को अपने साथ लेकर जाता है। परिवार के साथ मिलकर उसका दाह संस्कार करता है।
जब फूलमती मर गई, तो मोबाइल ऑन कैसे
दूसरी तरफ, गोरखपुर पुलिस ने फूलमती के मोबाइल को सर्विलांस पर लिया हुआ था। चौंकाने वाली बात सामने आती है कि पुलिस रिकॉर्ड में फूलमती मर चुकी थी। मगर उसका मोबाइल ऑन मिलता है। उस पर लगातार बात हो रही होती है। लोकेशन झांसी मिलती है। पुलिस को एक नंबर पर सबसे ज्यादा बात होने की पुष्टि होती है। पुलिस उस लड़के तक पहुंचती है। वह लड़का सुल्तानपुर का शुभम है। उसको पकड़ने के बाद पूरे केस में नया मोड़ आ जाता है।
शुभम बताता है- जिस फूलमती के मर्डर केस में आपने मुझे पकड़ा है, वह जिंदा है। पुलिस शुभम की बताई हुई लोकेशन से फूलमती को लेकर गोरखपुर आती है।
फूलमति के बयान नोट हुए, पति के साथ भेजा
SP साउथ जितेंद्र कुमार तोमर ने बताया, फूलमती से पूरे घटनाक्रम के बयान नोट कराने के बाद पति सुमेर के साथ भेज दिया गया है। फूलमती का उस महिला से कितना कनेक्शन है? इसकी जांच हो रही है। पुलिस पूरे मामले को प्लानिंग का हिस्सा मान रही है। कुछ CCTV भी पुलिस को मिले हैं। जिस एक संदिग्ध लड़का दिखता है। पुलिस अब नए सिरे से पूरे मामले की जांच कर रही है।
पोस्टमॉर्टम हाउस में डॉक्टर्स ने अपनी रिपोर्ट में लिखा कि महिला की गला दबाकर हत्या की गई है। राम सुमेर ने उस महिला को अपनी पत्नी कैसे बताया। दाह संस्कार भी किया। जब फूलमती के पास मोबाइल था? तो उसका संपर्क क्यों नहीं हुआ। फूलमति क्यों गुमराह करती रही। पूरे मामले में शुभम की भूमिका क्या है? इन सवालों के जवाब ढूंढे जा रहे हैं।