गोरखपुर हनीट्रैप - दस्तावेज लेखक को धमकी देकर मांग रही थी चार लाख रुपये, दे चुके थे डेढ लाख; केस दर्ज
एसपी ओझा
गोरखपुर में हनीट्रैप का एक मामला प्रकाश में आया है। आरोप है कि महिला ने अपनी लाचारी बता कर पीढ़ित दस्तावेज लेखक से चार लाख रुपये रंगदारी माँगी।
दस्तावेज लेखक ने जब पैसे देने को मना किया तो महिला ने दुष्कर्म का फर्जी केस दर्ज कराकर जेल भेजवा देने की धमकी दी। घटना राजघाट क्षेत्र की है। पीड़ित की शिकायत पर एसएसपी ने सीओ कैंट को मामले की जांच सौंपी थी। जांच में आरोप प्रथम दृष्टया सही पाए जाने पर यह कार्रवाई की। एस एस पी डा. गौरव ग्रोवर ने बताया कि पीढ़ित से दो वर्ष पहले मधुबाला नाम की महिला उनके परिचित दुर्गेश के साथ ऑफिस में पहुंची। उसने बताया कि पति से डाइवोर्स हो चुका है, मायके वाले भी कोई हेल्प नहीं करते हैं। अपने रहने का खर्च चलना भी मुश्किल हो गया है, उसे नौकरी की बहुत जरूरत है। अपने परिचित दुर्गेश की गुजारिश पर सहायक के रूप में पीढ़ित ने मधुबाला को नौकरी पर रख लिया।
कुछ दिनों ऑफिस में काम करने के बाद आये दिन मधुबाला समस्या बताकर आए दिन 500-1000 रुपये मांगने लगी। खुद को अकेला बताकर फोन पर चैटिंग भी करने लगी। कुछ दिनों बाद अपनी आंख खराब होने की जानकारी देकर नेपाल के भैरहवा में आपरेशन कराने के लिए कहा तो पीढ़ित उसे अपने साथ वहां ले गए और उपचार कराया। लौटने के बाद मधुबाला रुपये मांगने लगी और कहा कि न देने पर दुष्कर्म का फर्जी केस दर्ज कराकर जेल भेजवा देगी।
सबूत के आधार पर होगी कार्रवाई
बदनामी के डर से उन्होंने डेढ़ लाख रुपये दे दिए। इसके बाद वह चार लाख रुपये और मांगने लगी। ऑफिस आने से रोका तो डायल 112 पर फोन करके पुलिस को बुला लिया। जब जानकारी दस्तावेज लेखक की वाइफ और घर वालों को जानकारी हुई तो वह उन्हें साथ लेकर एसएसपी के पास पहुंचे
एसएसपी को उन्होंने काल रिकार्डिंग, धमकी भरे मैसेज और अन्य सबूत दिखाए, जिसके बाद एसएसपी ने मामले की जांच सीओ कैंट अंशिका वर्मा को सौंपी। जांच में आरोप की पुष्टि होने पर केस दर्ज हुआ।