निजामाबाद में 7वीं मोहर्रम पर कड़ी सुरक्षा के बीच नम आंखों संग अलम का जुलूस नौहा ख्वानी संग की गई सीना जनी
प्रेमप्रकाश दुबे की रिपोर्ट
निजामाबाद आजमगढ़।निजामाबाद कस्बे में नम आंखों के साथ अलम का जुलूस निकाला गया।बुधवार को शाम 5 बजे से काजी बारगाह हुसेनाबाद और जेहरा बारगाह तेलीपुर से सातवीं मुहर्रम का जुलूस नम आंखों के साथ निकाला गया।जिसमे अंजुमन इसरार अहमद, बाकर,सेराज अहमद आदि लोगों ने नौहा ख्वानी और सोनाजनी किया।दरअसल दोनो अंजुमनों ने अपने अपने इमाम वारगाहों से अलम लेकर या अली या हुसैन अपने की सदा लगा रहे थे।जिससे पूरा वातावरण गूंज रहा था।यह जुलूस अपने अपने इमाम वारगाहों से अलम को लेकर कदीमी रास्तों से होते हुए या हुसैन या हुसैन के नारों के साथ चल रहा था।जिसमे मातम वा नौहाँ ख्वानी करते हुए अपने कदीमी रास्ते से चलते हुए शिवाला घाट होते हुए पुरानी परंपरा अनुसार थाना परिसर में नौहां ख्वानी और सीना जनी की गई।रात 11 बजे मलियाना के पास दोनो अंजुमनों का मिलन होने के साथ नौहाखवानी और सीना जनी के साथ जुलूस खत्म हुआ।इस दौरान अबुबाकर ने कहा कि आज ही के दिन कर्बला के मैदान में वहां शासक यजीद द्वारा सात मुहर्रम के दिन हजरत इमाम हुसैन वा उनके 72 साथियों का दाना पानी बंद कर दिया गया था।उन्ही की याद में यह अलम का जुलूस निकाला जाता है और सभी को पानी पिलाया जाता है।सुरक्षा के दृष्टिकोण से उपजिलाधिकारी संत रंजन,थाना प्रभारी सच्चिदानंद यादव,उपनिरीक्षक सविंद्र राय, सहित भारी संख्या में फोर्स तैनात रही।