Azamgarh दीवानी न्यायालय परिसर में शनिवार को आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालत में कुल 93472 मुकदमों का निस्तारण किया गया
दीवानी न्यायालय परिसर में शनिवार को आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालत में कुल 93472 मुकदमों का निस्तारण किया गया।इससे पूर्व जिला जज संजीव शुक्ला ने हाल ऑफ जस्टिस में देवी सरस्वती के चित्र पर तथा दीप प्रज्वलित करके लोक अदालत की विधिवत शुरुआत की। इस अवसर पर उपस्थित अधिकारियों को संबोधित करते हुए जिला जज ने कहा कि लोक अदालत आम आदमी के लिए उपलब्ध एक महत्वपूर्ण वैकल्पिक विवाद समाधान तंत्र है। लोक अदालत में दिया गया फैसला सुलह समझौते के आधार पर होता है।जिससे पक्षकारों के आपसी मतभेद भी हमेशा के लिए खत्म हो जाते हैं।जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव अपर जिला जज धनंजय कुमार मिश्रा ने बताया कि इस लोक अदालत में खास बात यह रही कि दस दंपतियों ने आपसी मतभेद खत्म कर एक बार फिर से साथ रहना स्वीकार किया।इस लोक अदालत में जिला जज संजीव शुक्ला ने कुल सात मुकदमे तथा मोटर दुर्घटना दावा प्राधिकरण के पीठासीन अधिकारी अजय कुमार सिंह ने 68 मुकदमा का निस्तारण किया।पारिवारिक न्यायाधीश कोर्ट नंबर दो संदीपा यादव ने 38 मुकदमा तथा पारिवारिक न्यायाधीश कोर्ट नंबर एक प्रेम शंकर ने 86 मुकदमो का निस्तारण किया।अपर जिला जज सतीश चंद्र द्विवेदी ने चार मुकदमा, एससी एसटी कोर्ट के जज कमलापति ने पांच मुकदमा,अपर जिला जज जैनेंद्र कुमार पांडेय ने दो मुकदमा ,विशेष न्यायाधीश अपर जिला अजय श्रीवास्तव ने 215 मुकदमा, पोक्सो कोर्ट नंबर एक शैलजा राठी ने पांच मुकदमा, अपर जिला जज संतोष कुमार यादव ने 21 मुकदमा, फॉस्ट ट्रैक कोर्ट नंबर एक रमेश चंद्र ने तीन मुकदमा तथा फॉस्ट ट्रैक कोर्ट नंबर दो जैनुद्दीन अंसारी ने एक मुकदमा निस्तारित किया ।मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट सत्यवीर सिंह ने 3114 मुकदमा तथा सिविल जज सीनियर डिवीजन अनुपम कुमार त्रिपाठी ने कुल 43 मुकदमों का निस्तारण किया।एसीजेएम कोर्ट नंबर 10 रश्मि चंद ने 1889 मुकदमा, एसीजे