निर्देशक दीपक सिंह कर रहे हैं कुकी इंटरनेशनल फिल्म्स एंड कैलटेक्स इंटरनेशनल फिल्म्स की फिल्म 'बाबुल का घर प्यारा लगे' की शूटिंग सिवान में
जाने माने फ़िल्म निर्देशक दीपक सिंह कुकी इंटरनेशनल फिल्म्स एंड कैलटेक्स इंटरनेशनल फिल्म्स बैनर के तले बन रही भोजपुरी फिल्म 'बाबुल का घर प्यारा लगे' की शूटिंग बिहार के सिवान में कर रहे हैं। दीपक सिंह के कुशल निर्देशन में बन रही इस फिल्म के निर्माता नवीन कुमार पाठक व गोविंद गिरी हैं। सह निर्माता जीवा एंटरटेनमेंट (वैभव राय) हैं। इस फ़िल्म में भोजपुरी सिनेमा के फिटनेस आइकॉन विक्रांत सिंह राजपूत केंद्रीय भूमिका में हैं। उनके साथ बतौर नायिका अपर्णा मालिक और नेहा तिवारी की रोमांटिक केमेस्ट्री नजर आने वाली है। साथ ही अभिनेता वैभव राय अहम भूमिका में नजर आयेंगें।
गौरतलब है कि बिग लेबल पर बन रही इस फिल्म 'बाबुल का घर प्यारा लगे' के निर्देशन की कमान टैलेंटेड डायरेक्टर दीपक सिंह संभाल रहे हैं, जो बहुत ही बेहतरीन मेकिंग कर रहे हैं। सास बहू की तकरार से अलग यह कॉमेडी और इमोशन से भरपूर फ़ैमिली ड्रामा फ़िल्म है। इसके लेखक इन्द्रजीत कुमार, संगीतकार मुन्ना दूबे, साजन मिश्रा, डीओपी अयूब अली, डांस मास्टर सोनू प्रीतम, फाइट मास्टर दिनेश यादव, आर्ट डायरेक्टर अजय तिवारी, प्रोडक्शन कंट्रोलर मनोज पांडेय, लोकल प्रोडक्शन विशाल पांडेय, अशोक गिरी, टिंकू तिवारी, प्रोडक्शन मैनेजर धीरज गुप्ता, विनायक, पीआरओ रामचन्द्र यादव हैं। फ़िल्म के मुख्य भूमिका में विक्रांत सिंह राजपूत, अपर्णा मालिक, नेहा तिवारी, विनोद मिश्रा, वैभव राय, श्रद्धा नवल, मंतोष सिंह, बबलू खान, बबिता पासवान, जूही पांडेय, प्रिया वर्मा, विवेक शुक्ला, डॉ. संदीप सिंह, अशोक गिरी आदि दर्शकों का भरपूर मनोरंजन करेंगे।
इस फ़िल्म को लेकर दीपक सिंह ने कहा कि 'फ़िल्म निर्माता नवीन कुमार पाठक और गोविंद गिरी इस फ़िल्म की शूटिंग में सीन की डिमांड के अनुसार दिल खोलकर खर्च कर रहे हैं और रीयल लोकेशन मुहैया करा रहे हैं। इस फ़िल्म के सह निर्माता जीवा एंटरटेनमेंट (वैभव राय) फ़िल्म की मेकिंग में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। पिछले दिनों हमें राईस मील पर सीन की शूटिंग करना था तो उन्होंने रीयल राईस मील दिला दिया, जिससे बहुत अच्छे अच्छे सीन फिल्मांकन किया गया। इतना ही नहीं शादी के सीन की शूटिंग में बैंड बाजा, डेकोरेशन, शादी का मंडप, गुलाब के फूलों से सजी दूल्हे की गाड़ी आदि में लाखों रुपये खर्च किये हैं, साथ ही पाँच सौ की तादाद में लोगों को बाराती के रूप में शामिल किया गया, जोकि फ़िल्म में दिखेगा। इससे अंदाजा लगा सकते हैं कि यह फ़िल्म 'बाबुल का घर प्यारा लगे' कितनी भव्य पैमाने पर बनाई जा रही है। मुझे खुशी है इस फ़िल्म का मैं निर्देशक हूँ। ऐसे फ़िल्म निर्माता को हमारी भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री को बहुत जरूरत है, तभी भोजपुरी फिल्में टीवी चैनल के अलावा मल्टीप्लेक्स सिनेमाहाल में परचम लहराएगी।'